नियमित रूप से सेवन किए
जाने वाले खाद्य पदार्थ :-
Ø शालि चावल
Ø षष्टी चावल (६० दिवस में पकने वाला चावल)
Ø मूंग दाल
Ø सेंधा नमक
Ø आंवला
Ø वर्षा जल (Rain water )
Ø घी
Ø मधु
नियमित रूप से न सेवन किए जाने वाले खाद्य पदार्थ :-
Ø दही (रात में दही का सेवन नहीं करना चाहिए। इसे घी, चीनी, मूँग के सूप, शहद या आंवलेके साथ मिलाया
जाना चाहिए। इसे गर्म भी नहीं करना चाहिए)
Ø यदि दूध को दही या छाछ के साथ पकाया जाता है तो यह तरल और ठोस भाग में अलग हो जाएगा उसको रोज़ नहीं खाना है (coagulated
milk, cream-cheese)
Ø पोर्क मांस
Ø मछली
Ø उड़द की दाल
Ø यवक (जंगली जौ- चावल का
एक प्रकार )
Ø सूखे मांस
Ø सूखे सब्जियां
Ø कमल-कंद और कमल-डंठल
Ø क्षार पदार्थ
Ø किसी को भी भोजन के ऊपर
आटा, चावल, चिवडा(Flattened rice, commonly
known as chura) आदि जैसे भारी पदार्थों को नहीं खाने चाहिए। भूख लगने पर
भी उन्हें सही मात्रा में ही लेना चाहिए
Ø खमीरीकृत खाद्य पदार्थ (the fermented food preparation)
Ø कच्ची मूली
Ø सेम (Bean)
Ø फाणित (खांड)( molasses)
No comments:
Post a Comment